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"गर लफ्ज़ों में कर सकते बयान इंतेहा-ए-दर्द-ए-दिल, लाख तेरा दिल पत्थर का सही, कब का मोम कर देते" Read more
"सोच रहा हूँ...... बना ही डालु, एक फिरक़ा... उदास लोगो का"...!!! Read more
"फ़कीर, शाह, कलंदर, इमाम क्या क्या है.. तुझे पता नही तेरा ग़ुलाम क्या क्या है".... Read more
"हमें एहबाब कि लंबी क़तारो से नही मतलब, जो दिल से हमारा हो हमें वो एक शक़्स काफी है".. Read more
इस दुनिया में नामुमकिन कुछ भी नहीं ..  दूध भी काला शहद भी कड़वा हो सकता है Read more
ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे, तू बहुत देर से मिला है मुझे ll Read more
शाहों जैसा न सिकंदर बनना...कुछ अगर बनना तो बेहतर बनना Read more
जो घर में है वो तो नसीब है लेकिन  जो खो गया है उसको भी मकान में रखना  सवाल तो मेहनत से ही हल होते हैं  नसीब को भी तुम इम्तिहान में रखना  - निदा फाजली Read more
कभी कभी हमने अपने दिल को यूँ भी बहलाया है जिन बातों को हम नहीं समझे, औरों को समझाया हैं Read more
तुम मेरे बारे में कोई राय न कायम करना  मेरा वक्त बदलेगा, तुम्हारी राय बदल जायेगी Read more
दुश्मनी जम कर करो पर ये गुंजाइश रहे जब भी हम दोस्त बनें तो शर्मिंदा न हों Read more
बेशक बहुत नाज़ है अपनों के रिश्तों पर, उनकी चाहत पर एक दिन मेरी मौत पर आ कर सब कहेंगे -- कितनी देर और है ले जाने में Read more
अपनी तनहाई तेरे नाम पे आबाद करे कौन होगा जो तुझे मेरी तरह याद करे Read more
"हमें एहबाब कि लंबी क़तारो से नही मतलब, जो दिल से हमारा हो हमें वो एक शक़्स काफी है".. Read more
अनमोल शब्द  1) रिश्तों की असल खूबसूरती एक दूसरे की बात बर्दाश करने में है  २) बे-ऐब इंसान को तलाश मत करो वरना अकेले रह जाओगे  ३) जब किसी काम का इरादा करो तो उसका अंजाम सोच लो, अगर अंजाम अच्छा हो तो कर लो, और अगर अंजाम बुरा हो तो उस से  रुक जाओ  ४) किसी से नाराजगी का वक़्त इतना तवील न रखो के वो तुम्हारे बगैर ही जीना सीख जाए  ५) गुनाह में लज़्ज़त होती है, सुकून नहीं  ६) बात अलफ़ाज़ की नहीं लहजे की होती है, किसी के बारे में बुरा मत सोचो, हो सकता है वो खुदा की नज़र में तुम से बेहतर हो  ७) कोई गुन… Read more
मैं टूट कर गिरा जहाँ सब वहां देखते हैं किस बुलन्दी से गिरा ये कोई नहीं सोचता Read more
चंद उलझे हुए बे-रब्त सवालों की तरह  ज़िंदगी आज परेशान है ख़यालों की तरह Read more
ज़रा उदास भी हूँ, लेकिन मसरूर भी हूँ उसके पास हूँ, शायद दूर भी हूँ यूँ पथरीले रास्ते पे चलना शौक नहीं मेरा कुछ मामला चाहत का है, कुछ मजबूर भी हूँ मोहब्बत हो गयी उस से, बस यही खता रही मेरी माना के मुजरिम हूं, मगर बेकसूर भी हूँ Read more
चंद उलझे हुए बे-रब्त सवालों की तरह  ज़िंदगी आज परेशान है ख़यालों की तरह Read more
बदनाम हुए हम शहर में जिसकी वजह से उस शक़्स को कभी हुए जी भर के देखा भी नही Read more
मोहब्बत भी एक पेशा है आज कल के आशिकों का जो दिल से करता है उसे झूठ मान लेते हैं Read more
चाहते हैं वो हर बार एक नया चाहने वाला,  ए खुदा मुझे रोज़ इक नई सूरत दे दे Read more
मैं तेरे ज़र्फ को पहचान कर जवाब दूँगा तू मुझे मेरे कद के बराबर सवाल दे Read more
मैने पूछा खुदा से कीमत क्या है प्यार की खुदा हस कर बोले -- आंसू भरी आंखें, उमर इंतज़ार की Read more
मैं तेरे ज़र्फ को पहचान कर जवाब दूँगा तू मुझे मेरे कद के बराबर सवाल दे Read more
मैं तेरा कोई नहीं मगर इतना तो बता ज़िक्र से मेरे, तेरे दिल में आता क्या है? Read more
ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भूल जाता हूँ तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है मैं रास्ता याद रखता हूँ, ठिकाना भूल जाता हूँ बस इतनी बात पर मैं लोगों को अच्छा नहीं लगता मैं नेकी कर तो देता हूँ, जताना भूल जाता हूँ शरारत ले के आखों में वो तेरा देखना तौबा मैं नज़रों पे जमी नज़रें झुकाना भूल जाता हूँ मोहब्बत कब हुई कैसे हुई सब याद है मुझको मैं कर के मोहब्बत को भुलाना भूल जाता हूँ Read more
ये वर्क वर्क तेरी दास्तां, ये सबक सबक तेरे तज़किरे मैं करूँ तो कैसे करूँ अलग, तुझे ज़िन्दगी की किताब से Read more
न गले मिला न गिला किया न ही प्यार की कोई बात की...मैँ ये बात कैसे मान लूं के जो गुजर गई वो ईद थी?? Read more
'' जिन पर लुटा चुका था मैं दुनिया की दौलतें उन वारिसों ने मुझको कफ़न नाप के दिया.''!! Read more
वजह पूछोगे ...उम्र गुजर जाएगी... कहा न अच्छे लगते हो तो बस लगते हो .. ! Read more
कौन रोता है किसी और की खातिर ए दोस्त,  सबको अपनी ही किसी बात पे रोना आया..... Read more
दोपहर की धुप मैं और ये बियाबान। एक तन्हा जिस्म और इतने साजो-सामान।। Read more
रफ़्तार यूं तेज़ है ज़िन्दगी की आजकल .... इतवार भी लगे है .... जैसे त्यौहार हो कोई ... Read more
वो अपना जिस्म सारा सौप देना मेरी आखो को  मेरी पद्खने की कोशिश आपका अख़बार हो जाना  Munavvar Rana Read more
दो चार नही मुझे सिर्फ एक दिखा दो,  वो शख्स जो अंदर से भी बाहर की तरह हो. Read more